1.
वो ख्वाहिशें तमाम
अपनी ही थी
जो खाक कर गई
हमें पूरी होने से पहले ..
2.
कितनी फितरतों ने साथ छोड़ा
लम्हों ने हर मोड़ पर मुंह मोड़ा
अब तो हर गाँठ नजर आती है
की कितनी बार हमने खुद को जोड़ा ...
3.
ये लिखे शब्द वही जुबां है
जो तुझे देखकर चुप हो जाती है ...!!