शब्द ने शब्द जोड़े.. शब्द से शब्द बिखरे.. शब्द -शब्द ने ढूंढें अक्षर.. शब्द- शब्द फिर, शब्दश: खामोश हुए..!
आगाज़ खामोश अंजाम खामोश सफ़र खामोश साथ खामोश फिर शोर क्यूँ??? दफ्न होने में
प्यार क्या है? मालूम नहीं
कभी मिला? ....?!?!?
हां... पर कभी कभी हथेली पर कटी सी रेखा दिखती हैं क्या वो प्यार है??
या फिर निकल आता है जो एक कतरा बगैर इजाजत या फिर ये प्यार है???ै