शब्द ने शब्द जोड़े.. शब्द से शब्द बिखरे.. शब्द -शब्द ने ढूंढें अक्षर.. शब्द- शब्द फिर, शब्दश: खामोश हुए..!
मन थोडा उदास है आज.... तुम कहो तो जरा झूठ बोल लूँ खुद से....???
ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, " बीटिंग द रिट्रीट 2016 - ब्लॉग बुलेटिन " , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
वाह! क्या खूब लिखा है...."तुम कहोतो जरा झूठ बोल लूँ खुद से....???"अच्छी रचना.
bahut dino baad aapke blog par aana hua.Khushi hai aapka srajan satat jaari hai. badhai Asha ji.
धन्यवाद सर ...
बहुत खूब ... अपने आप से छुपाना ... क्या बात है ...
ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, " बीटिंग द रिट्रीट 2016 - ब्लॉग बुलेटिन " , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जवाब देंहटाएंवाह! क्या खूब लिखा है....
जवाब देंहटाएं"तुम कहो
तो जरा झूठ
बोल लूँ
खुद से....???"
अच्छी रचना.
bahut dino baad aapke blog par aana hua.
जवाब देंहटाएंKhushi hai aapka srajan satat jaari hai.
badhai Asha ji.
धन्यवाद सर ...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ... अपने आप से छुपाना ... क्या बात है ...
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