आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल गुरुवार (19-12-2019) को "इक चाय मिल जाए" चर्चा - 3554 पर भी होगी। -- सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। -- हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। -- डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
"अंतिम है क्या"
जवाब देंहटाएंइस का जबाब नहीं है तो फिर होना व्यर्थ ही होगा
गहन चिंतन से उकेरी कम शब्दों में बड़ी बात, बहुत खूब
धन्यवाद सर
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
हटाएंआपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल गुरुवार (19-12-2019) को "इक चाय मिल जाए" चर्चा - 3554 पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
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डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बेहतरीन सृजन आदरणीया
जवाब देंहटाएंगहन चिन्तन लिये.
सादर
बहुत गहरी सोच की उपज ...
जवाब देंहटाएंसच है संवेदनाएं शाश्वत होती हैं ...आदि अंत नहीं उनमें ...