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शनिवार, 25 फ़रवरी 2012

ओह...

अजीब खरी- खरी 
पथरीली सी जिन्दगी
हम अपना काव्यांश
ढूँढते रह गए..
जाने कब शुरू कब 
ख़त्म हुई कहानी
हम मध्यांश
ढूँढते रह गए..
ओह...
कितने सलीके से पूछ गए
कैसा रहा सफ़र
और हम अपना सारांश 
 ढूँढते रह गए. 

38 टिप्‍पणियां:

  1. कविता का भाव बहुत ही अच्छा लगा । मेरे पोस्ट "भगवती चरण वर्मा" पर आपका स्वागत है । धन्यवाद ।

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  2. वाह आशा जी वाह...
    छोटी सी मगर बहुत प्यारी रचना....

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  3. सच में हम तो बस आपकी रचना की गहराई में खो गए.... खुद को ढूँढते रह गए..... बहुत ही उम्दा....

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  4. कितने सलीके से पूछ गए
    कैसा रहा सफ़र.....very nice.

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  5. बेहतरीन रचना।
    कम शब्‍दों में काफी गहरी बात।

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  6. इस खोने और ढूँढने के बीच हम ही गुम हो गए

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  7. बहुत ही सुन्दर,
    बेहतरीन सारगर्भित रचना...

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  8. naa jawaab milaa kisiko
    naa milegaa kisiko
    dhoondhte dhoondhte pahle bhee
    kai chale gaye
    ham bhee chale jaayenge

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  9. वाह! क्या खूब कही!!!
    यह खोज ही जीवन की आधारशिला है...

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  10. "जाने कब शुरू कब
    ख़त्म हुई कहानी
    हम मध्यांश
    ढूँढते रह गए..

    बेहतरीन, अति सुन्दर कविता... धन्यवाद.

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  11. वाह ....बहुत सुन्दर ,सार्थक और अर्थपूर्ण रचना

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  12. सार्थक प्रस्तुति, सुन्दर भावाभिव्यक्ति, सादर.

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  13. ये तलाश हमेशा जारी रहती है ... जीवन भर ...
    गहरी रचना .....

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  14. कम शब्दों में बहुत कुछ कह दिया

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  15. चंद शब्द पूरा जीवन उकेर गए!...बहुत ही प्रभावपूर्ण अभिव्यक्ति !

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  16. बहुत सुन्दर ताना बाना है रचना का ,laazab.

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  17. और हम सारांश ढूंढते रह गए......वाह.....बहुत सुन्दर।

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  18. कितने सलीके से पूछ गए
    कैसा रहा सफ़र
    और हम अपना सारांश
    ढूँढते रह गए.
    सहज सरल शब्दों में सत्य को कितने सार्थक ढंग से आपने कहा....

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  19. खुबसूरत अभिव्यक्ति ...... स:परिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएं.....

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  20. बहुत ही प्यारी रचना...
    आपकी कई रचनाये पढ़ी...दिल तक पहुंची...
    आज से फोलो करती हूँ...सो साथ बना रहेगा...

    शुभकामनाएँ.

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  21. सहज सरल अभिव्यक्ति |सुन्दर भाव |
    होली पर हार्दिक शुभ कामनाएं |
    आशा

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  22. सहज शब्दों में सुंदर भाव अभिव्यक्ति...लाजबाब पोस्ट
    फालोवर बन गया हूँ आप भी बने मुझे खुशी होगी,...
    NEW POST...फिर से आई होली...
    NEW POST फुहार...डिस्को रंग...

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  23. आप को होली की खूब सारी शुभकामनाएं

    नए ब्लॉग पर आप सादर आमंत्रित है

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  24. सुन्दर रचना... बहुत बहुत बधाई...
    होली की शुभकामनाएं....

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  25. wah bahut khoob..bahut sundar..happy holi :)

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  26. सारांश ढूँढते रह गए...बहुत खूब!
    होली की ढेरों शुभकामनाएँ!

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  27. कितने सलीके से पूछ गए
    कैसा रहा सफ़र
    और हम अपना सारांश
    ढूँढते रह गए. ati sundar.

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  28. बहुत कुछ छिपा है यादों में ...
    शुभकामनायें !

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